tag:blogger.com,1999:blog-5933054573179697492024-02-20T00:07:02.316-08:00mohd rafiqit just give you little knowledgeRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-20088035575546791412011-03-10T22:32:00.000-08:002011-03-10T22:33:52.664-08:00राधिका का हत्यारा गिरफ्त में!<span class="Apple-style-span" style="font-family: arial, mangal; font-size: 12px; line-height: 14px; "><div class="cat-hdln" style="font-family: arial, mangal; font-size: 14px; margin-top: 0px; margin-right: 0px; margin-bottom: 25px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 1.22em; float: left; text-align: left; color: rgb(112, 112, 112); "><div class="cont" style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 0px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); "><p style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">नई दिल्ली, 11 march.</p><p style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">रामलाल आनंद कॉलेज की छात्रा राधिका तंवर के हत्यारे को दक्षिण जिला पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। विश्वस्त पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह नारायणा इलाके का रहने वाला है और कुछ सालों पहले राधिका के घर किराये पर रहने वाले युवक के पास आता-जाता था। पुलिस ने किरायेदार के अनुसार ही स्केच जारी किया था और उसी आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों की मानें तो किरायेदार यूपी का रहने वाला है और ढाई साल पहले राधिका के घर से जा चुका है। किरायेदार एक एक्सपोर्ट कंपनी में काम करता था। उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी भी एक एक्सपोर्ट कंपनी में काम करता था। हालांकि न तो राधिका के परिजन व न ही किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।</p><p style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">उधर, बृहस्पतिवार को डीसीपी एचजीएस धालीवाल की प्रेसवार्ता जांच की प्रगति पर ही टिकी रही, लेकिन सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली पुलिस मामले का खुलासा कर सकती है। बृहस्पतिवार को डीसीपी ने दावा किया कि हत्यारे का स्केच जारी करने से जांच में काफी मदद मिल रही है। राधिका के कॉलेज के एक दोस्त व पड़ोस के एक दोस्त ने भी बताया कि हत्यारे के चेहरे और स्केच में काफी समानता है। धालीवाल ने बताया कि दो और विश्वस्त लोगों से पुलिस को मदद मिल रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि घटना के समय राधिका की दो सहेलियों समेत कॉलेज के तीन अन्य विद्यार्थी भी मौके पर थे, जो सामने नहीं आ रहे हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि कोई युवक राधिका का पीछा करता था। पुलिस इसी बिंदु को सबसे मजबूत सुराग मान रही है।</p><p style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">यह भी पता चला है कि नारायणा गांव में पिछले दो-तीन सालों के दौरान लड़कियों का पीछा करने पर युवकों और लड़कियों के परिजनों के बीच मारपीट की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि, इन मामलों की सूचनाएं पुलिस तक नहीं पहुंची थी। अगर शिकायत की गई होती तो उनके रिकार्ड से पुलिस को काफी मदद मिल सकती थी।</p><p style="font-family: arial, mangal; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">ज्ञात रहे नारायणा की रहने वाली राधिका तंवर (20) डीयू के साउथ कैंपस स्थित रामलाल आनंद कॉलेज में बीए प्रोग्रामिंग द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। मंगलवार को सत्य निकेतन बस स्टाप पर उतरने के बाद वह फुट ओवरब्रिज से होते हुए कॉलेज की तरफ जा रही थी। तभी सुबह करीब 10.25 बजे एक युवक ने पीछे से उसकी पीठ में गोली मार दी थी। इससे राधिका की मौके पर ही मौत हो गई थी।</p></div></div><br /><br /><br /></span>Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-20394068263312489122011-03-10T07:12:00.000-08:002011-03-10T07:14:57.209-08:00इडब्ल्यूएस वर्ग और औद्योगिक श्रमिकों के लिए बनाए गए आवासों का आवंटन जल्द हो: श्री रमाकांत गोस्वामी<span class="Apple-style-span" style="border-collapse: collapse; font-family: arial, sans-serif; font-size: 13px; "><div>आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों और औद्योगिक श्रमिकों के लिए बवाना में बनाए गए फ्लैट जल्द ही लाभार्थियों को आवंटित कर दिए जाएंगे। यह बात उद्योग मंत्री श्री रमाकांत गोस्वामी ने आज बवाना इंडस्ट्रीयल एरिया में निरीक्षण के बाद कही। इस निरीक्षण और बैठक में स्थानीय विधायक श्री सुरेंद्र कुमार, दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड - डीयूएसआईबी के सीईओ, डीसी उत्तर पश्चिम और डीएसआईआईडीसी, एमसीडी, दिल्ली जल बोर्ड, डीटीसी, पीडब्ल्यूडी, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। </div><div><br /></div><div>माननीय मंत्री श्री रमाकांत गोस्वामी ने बताया कि डीएसआईआईडीसी द्वारा तैयार किए गए 9660 मकान जल्द ही डीयूएसआईबी को स्थानांतरित कर दिए जाएंगे, ताकि इन्हें जल्द से जल्द लाभार्थियों को आवंटित किए जा सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री की बात को दोहराते हुए कहा कि लाभार्थियों को ये आवास आवंटित किए जाने के लिए हर संभव कदम तत्काल उठाए जाने की जरूरत है। </div><div><br /></div><div>श्री गोस्वामी ने एमसीडी के चीफ इंजीनियर को बवाना की सड़कों को दो महीने के भीतर दुरूस्त करने के स्पष्ट निर्देश दिए। स्थानीय निवासियों की सहूलियत के लिए उन्होंने डीटीसी को भी हर संभव मदद देने के लिए निर्देश दए। श्री गोस्वामी ने शिक्षित निवासियों से जागरूक होने की अपील की। उन्होंने कहा कि पढे़-लिखे लोग आरडब्ल्यूए बनाने में अपना सहयोग दें, ताकि उनकी सस्याओं को भागीदारी योजना के तहत उचित मंच तक पहुंचाया जा सके।</div><div>बवाना के आवासीय और औद्योगिक इलाके में उचित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए श्री गोस्वामी ने दिल्ली जल बोर्ड के चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए। उन्होंने नव निर्मित आवासीय इलाके में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग तकनीक को लागू करने के लिए डीएसआईआईडीसी की प्रशंसा की। </div><div><br /></div><div>श्री गोस्वामी ने एमसीडी के शिक्षा विभाग को अगले शिक्षा सत्र से इलाके में प्राइमरी स्कूल शुरू करने के निर्देश दिए। क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए उन्होंने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वह डीएसआईआईडीसी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही जमीन पर तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू करे। </div><div><br /></div></span>Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-30428495333527190392011-03-10T04:52:00.000-08:002011-03-10T04:54:16.527-08:00142 अंक गिरकर बंद हुआ सेंसेक्स<span class="Apple-style-span" style="font-family: Mangal; font-size: 13px; line-height: 23px; "><p style="font-family: surekh, arial; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">मुंबई। शेयर बाजारों में गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 141.97 अंकों की गिरावट के साथ 18,327.98 पर और निफ्टी 36.60 अंकों की गिरावट के साथ 5,494.40 पर बंद हुए।</p><p style="font-family: surekh, arial; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">बम्बई स्टाक एक्सचेंज [बीएसई] का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 39.11 अंकों की गिरावट के साथ 18,430.84 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 14.90 अंकों की गिरावट के साथ 5,516.10 पर खुला।</p><p style="font-family: surekh, arial; font-size: 13px; margin-top: 5px; margin-right: 0px; margin-bottom: 0px; margin-left: 0px; padding-top: 0px; padding-right: 0px; padding-bottom: 0px; padding-left: 0px; line-height: 23px; color: rgb(0, 0, 0); ">बीएसई के मिडकैप और स्मालकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखने को मिली। मिडकैप 4.93 अंकों की गिरावट के साथ 6,599.79 पर और स्मालकैप 19.96 अंकों की गिरावट के साथ 7989.69 पर बंद हुए</p></span>Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-8395505320491946282010-10-12T08:50:00.000-07:002010-10-12T08:58:48.338-07:00कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत एक के बाद एक गोल्ड मेडल जीतने की खुशी ने भारतवासियों को हर खेल का दिवाना बना दिया है। चाहे वो स्वीमिंग हो, बेटमिंटन, दौड चाहे कोई भी खेल क्यों न हो सब लोग उसे देखना चाहते हैं। मैं तो सिर्फ यही कहना चाहता हूं कि खुदी को कर इतना बुलंद, हर तकदीर से पहले खुदा पूछे,तेरी रजा क्या है।Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-28123896558882092212008-08-26T21:25:00.000-07:002008-08-26T21:30:01.338-07:00शेयर<p>मेरे दिल की खुहहीश तेरे दामन में रह गयी</p><p><span class=""></span>तेरी याद को हमने हमसफ़र बना लिया </p><p>रफीक </p>Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-32723065776633329972007-08-23T00:44:00.002-07:002007-08-23T00:48:50.044-07:00आप भी जानोआज की बैठक में हम फ़्रीडम शब्द के साथ उड़ने की कोशिश करेंगे, कुछ तो आज़ादी का लुत्फ़ हमें भी आए. आज का हमारा शब्द है फ़्री और फ़्रीडम. आपको पूरी फ़्रीडम है कि आप इसे फ़्री होकर पढ़ें.<br />फ़्री़डम Freedom (Free + dom) इसके अर्थ के लिए आप को स्वतंत्रता है, हम पहले इसके लंबे से इतिहास पर नज़र डालते हैं और फिर इसके प्रयोग को देखते हैं कि कितना फ़्री होकर इसका प्रयोग किया जा रहा है.<br />यह शब्द ऐंग्लो-सैक्सन भाषा का है जब जर्मनिक भाषाओं से अलग होकर ऐंगेल्स और सैक्सन ने नदी पार के इलाक़े ऐंगिल-लैंड (Angle-land) में क़दम रखा और इस प्रकार वह दूसरी जर्मैनिक क़ौम से अलग हो गए. उसके बाद से अंग्रेज़ी बोलने वालों के लिए कोई भी दूसरा शब्द इस से अधिक महत्वपूर्ण नहीं रहा है.<br /> 888 वर्ष पूर्व सम्राट ऑलफ़्रेड ने ख़ुद इसका प्रयोग किया. सम्राट ऑलफ़्रेड एक मात्र अंग्रेज़ शासक हैं जिनके नाम के साथ ‘ग्रेट’ लगाया जाता है. बाक़ी सम्राटों के साथ ग्रेट लगाने के लिए आप आज़ाद हैं वैसे सिकंदर, अशोक और अकबर के साथ इस शब्द का प्रयोग देखा गया है.<br /><br />कहा जाता है कि यह शब्द वहां की क्षेत्रीय उपज है जो कि दो शब्दों फ़्री (Free) और डूम (doom) से बना है. फ़्री का प्रयोग उस समय प्रियतम या महबूब (beloved) के लिए होता था और जो प्रिय होगा वह फ़्रेंड होगा यानी कहीं न कहीं यह फ्रेंड (Friend) शब्द से जुड़ा हुआ है. डूम का अर्थ आज ज़रा कड़ा हो चुका है लेकिन शुरू में यह न्याय से जुड़ा हुआ था और आज डीम (deem) का लगभग वही अर्थ है. तो दोनों का मतलब हुआ न्यायिक रूप से आज़ाद.<br />888 वर्ष पूर्व सम्राट ऑलफ़्रेड ने ख़ुद इसका प्रयोग किया. सम्राट ऑलफ़्रेड एक मात्र अंग्रेज़ शासक हैं जिनके नाम के साथ ‘ग्रेट’ लगाया जाता है. बाक़ी सम्राटों के साथ ग्रेट लगाने के लिए आप आज़ाद हैं वैसे सिकंदर, अशोक और अकबर के साथ इस शब्द का प्रयोग देखा गया है.<br />हम कहां से कहां पहुंच गए, वापस चलते हैं किंग ऑलफ़्रेड के पास जिन्होंने रोमन बोथियस की किताब ‘कंसोलेशन ऑफ़ फ़िलॉस्फ़ी’ (Consolation of Philosophy) का अंग्रेज़ी भाषा में अनुवाद करते हुए यह शब्द दिया. उन्होंने लिखा: ‘on tham hehstan freodome,’ (प्राचीन अंग्रेज़ी) यानी ‘in the highest Freedom’ यानी कि न्यायपूर्ण राज ‘सबसे बड़ी आज़ादी’ है. वह फ़ुल फ़्री़डम ‘fulne friodom’(प्राचीन अंग्रेज़ी) या ‘full Freedom’ के बारे में लिखते हैं कि जो सांसारिक लाभ नहीं चाहता है वही पूरी तरह आज़ाद है.<br /> बहुत बाद में 14वीं शताब्दी में फ़्रांसीसी शब्द लिबर्टी (Liberty) को लगभग उसी अर्थ में अपनाया गया लेकिन फ़्री़डम अंग्रेज़ी का मूल शब्द बना रहा. यह अमरीकियों के लिए ख़ास शब्द रहा है. अब्राहम लिंकन ने कहा ‘Those who deny Freedom to others, deserve it not for themselves.’ यानी वे आज़ादी के हक़दार नहीं हैं जो दूसरों को आज़ादी नहीं देते.<br /><br />बहुत बाद में 14वीं शताब्दी में फ़्रांसीसी शब्द लिबर्टी (Liberty) को लगभग उसी अर्थ में अपनाया गया लेकिन फ़्री़डम अंग्रेज़ी का मूल शब्द बना रहा. यह अमरीकियों के लिए ख़ास शब्द रहा है. अब्राहम लिंकन ने कहा ‘Those who deny Freedom to others, deserve it not for themselves.’ यानी वे आज़ादी के हक़दार नहीं हैं जो दूसरों को आज़ादी नहीं देते.<br />मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अपने प्रसिद्ध भाषण को समाप्त करते हुए कहा था ‘Let Freedom ring’ यानी आज़ादी को बजने दो.<br />फ़्री़डम (Freedom) का अर्थ और प्रयोग<br />The condition of being Free of restraints रुकावटों से आज़ाद होने की स्थिति में जैसे Anil loves Freedom.<br />Liberty of the person from slavery, detention, or oppression, किसी व्यक्ति की ग़ुलामी, क़ैद और ज़ुल्म से आज़ादी, जैसे Freedom from slavery came with the passage of time.<br />Political independence राजनीतिक स्वतंत्रता, जैसे India attained Freedom on 15th August 1947 from British Raj.<br />Exemption from the arbitrary exercise of authority in the performance of a specific action; civil liberty किसी सामूहिक कार्य में सरकारी हस्तक्षेप से आज़ादी, शहरी आज़ादी, इकत्रित होने की आज़ादी, जैसे Freedom of assembly<br />Exemption from an unpleasant or onerous condition ख़राब स्थिति से छुटकारा, जैसे Freedom from want ज़रूरतों से आज़ादी<br />The capacity to exercise choice; Free will अपनी पसंद का कार्य करने की आज़ादी, अभिव्यक्ति की आज़ादी, जैसे We have the Freedom to do as we please all afternoon<br /> फ़्री के साथ यह भी तो आते हैं Free-living भोगविलासी, Free-lance स्वतंत्र (पत्रकार कलाकार वग़ैरह), Free-masonry गुप्त संसद, Free-ship निःशुल्कता, Free thinker स्वतंत्र विचारक, नास्तिक. आप कहेंगे कि Freedom Fighter यानी स्वतंत्रता सेनानी भी तो कुछ होता है.<br /><br />Ease or facility of movement: चलने फिरने पहनने का आराम जैसे loose sports clothing, giving the wearer Freedom.<br />Frankness or boldness; lack of modesty or reserve: खुलापन, निर्भीकता या शालीनता की कमी जैसे the new Freedom in movies and novels<br />The right to unrestricted use; full access: बे-रोक इस्तेमाल की इजाज़त, पुरी पैठ जैसे was given the Freedom of their research facilities.<br />The right of enjoying all of the privileges of membership or citizenship: किसी जगह की नाग्रिता का पूरा लाभ जैस the Freedom of the city.<br />A right or the power to engage in certain actions without control or interference: बिना-क़ाबू या रुकावट के किसी काम शामिल होने का हक़ या शक्ति जैसे the seductive Freedoms and excesses of the picaresque form<br />फ़्री (Free) से शुरू होने वाले कुछ मुहावरे<br />Feel Free संकोच न करना, इत्मीनान से होनाFor Free मुफ़्त में, सबके लिएFree and easy सहज, आसानFree association भावना और चेतना का संयोगवश मिल जानाFree enterprise स्वतंत्र व्यापारFree fall स्वतः गिरनाFree fight खुला मुक़ाबलाFree from से मुक्त, से ख़ालीFree from blame निर्दोष, दोषमुक्तFree kick खेल में दंड के रूप में गेंद को मारने की खुली इजाज़तFree love बिना शादी या बिना किसी बंधन के यौन संबंध बनानाFree market खुला बाज़ारFree of charge निशुल्क, मुफ़्तFree pass सबके लिए जाने की अनुमतिFree rein पूरी आज़ादी, बिना लगामFree speech बोलने की आज़ादीFree spirit आज़ाद तबियत, सारे रीति-रिवाज से आज़ादFree throw खेल में बिना बाधा फेंकने की इजाज़तFree trade मुक्त व्यापारFree up ख़ाली करनाFree vote स्वतंत्र मतदानFree will स्वेच्छाGive someone a Free hand खुली छूट देनाMake Free with घुल-मिल जाना<br />फ़्री के साथ यह भी तो आते हैं Free-living भोगविलासी, Free-lance स्वतंत्र (पत्रकार कलाकार वग़ैरह), Free-masonry गुप्त संसद, Free-ship निःशुल्कता, Free thinker स्वतंत्र विचारक, नास्तिक. आप कहेंगे कि Freedom Fighter यानी स्वतंत्रता सेनानी भी तो कुछ होता है.Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-22158993259621773742007-08-23T00:44:00.001-07:002007-08-23T00:44:38.147-07:00आप भी जानोआज की बैठक में हम फ़्रीडम शब्द के साथ उड़ने की कोशिश करेंगे, कुछ तो आज़ादी का लुत्फ़ हमें भी आए. आज का हमारा शब्द है फ़्री और फ़्रीडम. आपको पूरी फ़्रीडम है कि आप इसे फ़्री होकर पढ़ें.<br />फ़्री़डम Freedom (Free + dom) इसके अर्थ के लिए आप को स्वतंत्रता है, हम पहले इसके लंबे से इतिहास पर नज़र डालते हैं और फिर इसके प्रयोग को देखते हैं कि कितना फ़्री होकर इसका प्रयोग किया जा रहा है.<br />यह शब्द ऐंग्लो-सैक्सन भाषा का है जब जर्मनिक भाषाओं से अलग होकर ऐंगेल्स और सैक्सन ने नदी पार के इलाक़े ऐंगिल-लैंड (Angle-land) में क़दम रखा और इस प्रकार वह दूसरी जर्मैनिक क़ौम से अलग हो गए. उसके बाद से अंग्रेज़ी बोलने वालों के लिए कोई भी दूसरा शब्द इस से अधिक महत्वपूर्ण नहीं रहा है.<br /> 888 वर्ष पूर्व सम्राट ऑलफ़्रेड ने ख़ुद इसका प्रयोग किया. सम्राट ऑलफ़्रेड एक मात्र अंग्रेज़ शासक हैं जिनके नाम के साथ ‘ग्रेट’ लगाया जाता है. बाक़ी सम्राटों के साथ ग्रेट लगाने के लिए आप आज़ाद हैं वैसे सिकंदर, अशोक और अकबर के साथ इस शब्द का प्रयोग देखा गया है.<br /><br />कहा जाता है कि यह शब्द वहां की क्षेत्रीय उपज है जो कि दो शब्दों फ़्री (Free) और डूम (doom) से बना है. फ़्री का प्रयोग उस समय प्रियतम या महबूब (beloved) के लिए होता था और जो प्रिय होगा वह फ़्रेंड होगा यानी कहीं न कहीं यह फ्रेंड (Friend) शब्द से जुड़ा हुआ है. डूम का अर्थ आज ज़रा कड़ा हो चुका है लेकिन शुरू में यह न्याय से जुड़ा हुआ था और आज डीम (deem) का लगभग वही अर्थ है. तो दोनों का मतलब हुआ न्यायिक रूप से आज़ाद.<br />888 वर्ष पूर्व सम्राट ऑलफ़्रेड ने ख़ुद इसका प्रयोग किया. सम्राट ऑलफ़्रेड एक मात्र अंग्रेज़ शासक हैं जिनके नाम के साथ ‘ग्रेट’ लगाया जाता है. बाक़ी सम्राटों के साथ ग्रेट लगाने के लिए आप आज़ाद हैं वैसे सिकंदर, अशोक और अकबर के साथ इस शब्द का प्रयोग देखा गया है.<br />हम कहां से कहां पहुंच गए, वापस चलते हैं किंग ऑलफ़्रेड के पास जिन्होंने रोमन बोथियस की किताब ‘कंसोलेशन ऑफ़ फ़िलॉस्फ़ी’ (Consolation of Philosophy) का अंग्रेज़ी भाषा में अनुवाद करते हुए यह शब्द दिया. उन्होंने लिखा: ‘on tham hehstan freodome,’ (प्राचीन अंग्रेज़ी) यानी ‘in the highest Freedom’ यानी कि न्यायपूर्ण राज ‘सबसे बड़ी आज़ादी’ है. वह फ़ुल फ़्री़डम ‘fulne friodom’(प्राचीन अंग्रेज़ी) या ‘full Freedom’ के बारे में लिखते हैं कि जो सांसारिक लाभ नहीं चाहता है वही पूरी तरह आज़ाद है.<br /> बहुत बाद में 14वीं शताब्दी में फ़्रांसीसी शब्द लिबर्टी (Liberty) को लगभग उसी अर्थ में अपनाया गया लेकिन फ़्री़डम अंग्रेज़ी का मूल शब्द बना रहा. यह अमरीकियों के लिए ख़ास शब्द रहा है. अब्राहम लिंकन ने कहा ‘Those who deny Freedom to others, deserve it not for themselves.’ यानी वे आज़ादी के हक़दार नहीं हैं जो दूसरों को आज़ादी नहीं देते.<br /><br />बहुत बाद में 14वीं शताब्दी में फ़्रांसीसी शब्द लिबर्टी (Liberty) को लगभग उसी अर्थ में अपनाया गया लेकिन फ़्री़डम अंग्रेज़ी का मूल शब्द बना रहा. यह अमरीकियों के लिए ख़ास शब्द रहा है. अब्राहम लिंकन ने कहा ‘Those who deny Freedom to others, deserve it not for themselves.’ यानी वे आज़ादी के हक़दार नहीं हैं जो दूसरों को आज़ादी नहीं देते.<br />मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अपने प्रसिद्ध भाषण को समाप्त करते हुए कहा था ‘Let Freedom ring’ यानी आज़ादी को बजने दो.<br />फ़्री़डम (Freedom) का अर्थ और प्रयोग<br />The condition of being Free of restraints रुकावटों से आज़ाद होने की स्थिति में जैसे Anil loves Freedom.<br />Liberty of the person from slavery, detention, or oppression, किसी व्यक्ति की ग़ुलामी, क़ैद और ज़ुल्म से आज़ादी, जैसे Freedom from slavery came with the passage of time.<br />Political independence राजनीतिक स्वतंत्रता, जैसे India attained Freedom on 15th August 1947 from British Raj.<br />Exemption from the arbitrary exercise of authority in the performance of a specific action; civil liberty किसी सामूहिक कार्य में सरकारी हस्तक्षेप से आज़ादी, शहरी आज़ादी, इकत्रित होने की आज़ादी, जैसे Freedom of assembly<br />Exemption from an unpleasant or onerous condition ख़राब स्थिति से छुटकारा, जैसे Freedom from want ज़रूरतों से आज़ादी<br />The capacity to exercise choice; Free will अपनी पसंद का कार्य करने की आज़ादी, अभिव्यक्ति की आज़ादी, जैसे We have the Freedom to do as we please all afternoon<br /> फ़्री के साथ यह भी तो आते हैं Free-living भोगविलासी, Free-lance स्वतंत्र (पत्रकार कलाकार वग़ैरह), Free-masonry गुप्त संसद, Free-ship निःशुल्कता, Free thinker स्वतंत्र विचारक, नास्तिक. आप कहेंगे कि Freedom Fighter यानी स्वतंत्रता सेनानी भी तो कुछ होता है.<br /><br />Ease or facility of movement: चलने फिरने पहनने का आराम जैसे loose sports clothing, giving the wearer Freedom.<br />Frankness or boldness; lack of modesty or reserve: खुलापन, निर्भीकता या शालीनता की कमी जैसे the new Freedom in movies and novels<br />The right to unrestricted use; full access: बे-रोक इस्तेमाल की इजाज़त, पुरी पैठ जैसे was given the Freedom of their research facilities.<br />The right of enjoying all of the privileges of membership or citizenship: किसी जगह की नाग्रिता का पूरा लाभ जैस the Freedom of the city.<br />A right or the power to engage in certain actions without control or interference: बिना-क़ाबू या रुकावट के किसी काम शामिल होने का हक़ या शक्ति जैसे the seductive Freedoms and excesses of the picaresque form<br />फ़्री (Free) से शुरू होने वाले कुछ मुहावरे<br />Feel Free संकोच न करना, इत्मीनान से होनाFor Free मुफ़्त में, सबके लिएFree and easy सहज, आसानFree association भावना और चेतना का संयोगवश मिल जानाFree enterprise स्वतंत्र व्यापारFree fall स्वतः गिरनाFree fight खुला मुक़ाबलाFree from से मुक्त, से ख़ालीFree from blame निर्दोष, दोषमुक्तFree kick खेल में दंड के रूप में गेंद को मारने की खुली इजाज़तFree love बिना शादी या बिना किसी बंधन के यौन संबंध बनानाFree market खुला बाज़ारFree of charge निशुल्क, मुफ़्तFree pass सबके लिए जाने की अनुमतिFree rein पूरी आज़ादी, बिना लगामFree speech बोलने की आज़ादीFree spirit आज़ाद तबियत, सारे रीति-रिवाज से आज़ादFree throw खेल में बिना बाधा फेंकने की इजाज़तFree trade मुक्त व्यापारFree up ख़ाली करनाFree vote स्वतंत्र मतदानFree will स्वेच्छाGive someone a Free hand खुली छूट देनाMake Free with घुल-मिल जाना<br />फ़्री के साथ यह भी तो आते हैं Free-living भोगविलासी, Free-lance स्वतंत्र (पत्रकार कलाकार वग़ैरह), Free-masonry गुप्त संसद, Free-ship निःशुल्कता, Free thinker स्वतंत्र विचारक, नास्तिक. आप कहेंगे कि Freedom Fighter यानी स्वतंत्रता सेनानी भी तो कुछ होता है.Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-79547808474597587552007-07-31T05:10:00.000-07:002007-07-31T05:16:41.389-07:00मायूसना हो मायूस ए रही तू दिल के नेक इरादे न बदल<br />तेरी मेहनत तेरी कोशिश तेरी तकदीर बदल सकती हैRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-74347373797529695252007-07-31T05:05:00.000-07:002007-07-31T05:10:22.483-07:00तेरा अक्सकिताब का हर लफ्ज़ तेरा अक्स लिए बैठा है<br />तेरा मासूम सा चेहरा मुझे पढने नही देताRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-88711139335615407122007-07-26T23:35:00.000-07:002007-07-26T23:59:12.982-07:00यादसर्द रातों की महकते हुए साँसों में<br />जब किसी फूल को चुमोगी तो याद आऊंगा<br />आज तो महफिले यारां हो मगरूर बहुत<br />जब टूट के बिख्रोगी तो याद आऊंगा<br />अब तलक तुम्हारे अश्क अपने होंठों से चुरा लेता था<br />जब हाथ से उन्हें खुद पोचोंगे तो याद आऊंगा<br />शाल ओधयेगा कौन देसम्बेर में तुम्हें<br />जब बारिश में भिगोगी तो याद आऊंगा<br />कौन लेकर जाएगा तुम्हे शहर की गलियों में<br />घर से निकलोगी तो बहुत याद आऊंगा<br />रफ़ीक तुम मुज्से नाराज़ ही सही<br />लेकिन आंखों को बंद करोगी तो याद आऊंगाRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-79105585953176481652007-07-22T07:51:00.000-07:002007-07-22T07:58:02.349-07:00दिल कि आवाज़<p>मेरी सुबह तेरी मुरीद है मेरी शाम तेरे ही नाम से<br />तुम्हारे दर छोड़ दूँगा मैं ये ख़याल दिल से निकल दे </p>Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-5159334949975517972007-07-22T07:36:00.000-07:002007-07-22T07:44:17.311-07:00आंसू दिल केवो थका हुआ मेरी बाहों में ज़रा सो गया था तो क्या हुआ<br />अभी मैंने ने देखा है चांद भी किसी शाख -ए -गुल पे झुका हुआ<br />जिसे ले गई है अभी हवा वो वरक था दिल की किताब का<br />कही आंसुओं से मिटा हुआ कहीं आंसुओं से लिखा हुआRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-43997387551668585872007-07-22T07:14:00.000-07:002007-07-22T07:29:25.384-07:00मुसाफिर के रास्तेमुसाफिर के रस्ते बदलते रहे <br />मुकद्दर में चलना था चलते रहे <br />कोई फूल सा हाथ कान्धे पे था<br />मेरे पाँव शोलो पे चलते रहे <br />मेरे रास्ते में उजाला रहा <br />दिए उसकी आंखो में जलते रहे <br />वो क्या था जिसे हमने ठुकरा दिया<br />मगर उम्र भर हाथ मलते रहे <br />मुहब्बत अदावत वफ़ा बेरुखी <br />किराए के घर थे बदलते रहे <br />सूना है उन्हें हवा लग गई<br />हवाओं के जो रुख बदलते रहे <br />लिपट के चरागों से वो सो गए<br />जो फूलो पे करवट बदलते रहेRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-36742258855117063432007-07-20T07:49:00.000-07:002007-07-20T07:54:23.942-07:00बशीर बद्रअगर तलाश करूगा तो कोई मिल ही जाएगा <br />मगर तुम्हारी तरह कौन मुझे चाहेगा <br />तुम्हे ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा<br />मगर वो आँखें कहा से लाएगाRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-53799734878846728862007-07-20T07:08:00.001-07:002007-07-20T07:31:21.264-07:00क्यों प्यार उस पर ही आता है ,<br />जो मिल कर भी ना मिल पता है ।<br />कैसे यह उससे बताएं हम ,<br />तुझ बिन रह ना पाएं हम ।<br />क्यों बार बार वोह सताता है -<br />खुयाँबों मैं आकर रुलाता है ?<br />भूलना उस को चाहें हम ,<br />पर किस तरह भुलाएँ हम ?<br />वोह मॅन मैं हर दम रहता है ,<br />धर्कन कि तरह धर्क्ता है ।<br />हैं इसी एहसास से ज़िंदा है हम ,<br />हैं एक -दूजे के दिल ओ जान हम ।<br />एक दूजे के दिल मैं रहते हैं -<br />क्या प्यार इसी को कहते हैं ?<br />कितने सजये थे सपने प्यार के ........<br />क्या थी येः जिन्दगी हाय एक रात के<br />रफ़ीक तुम तो कहते थे मर ही जायेंगे<br />तुम्हारे बिन केसे जीं पाएंगेRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-71294399282762640022007-07-14T07:37:00.000-07:002007-07-14T08:01:07.260-07:00<strong><span style="color:#3333ff;">चाहत</span></strong><br /> एक ही बात को हर शेर मे लिखना चाहा ,<br />आज तक कह ना सका जो वही कहना चाहा !<br />जो आंख बंद हुयी दिल मे तुम्हे ही देखा ,<br />खुली निगाह तो तुमको ही देखना चाहा !<br />जिन्दगी कटती रही सिर्फ तेरी चाहत मे ,<br />तुम्हारे साथ साथ हर घड़ी रहना चाहा !<br />उंगलियां झिझक के शर्म के रूक गयी हरदम ,<br />यूं कई बार मैंने ख़त तुम्हे लिखना चाहा !<br />तेरी खुशबू से महकती रही यादें मेरी ,<br />तेरे सीने मे तेरे दिल सा धड़कन चाहा !<br />तेरे ख्यालों मे यूं खोया रह रोजो -शब् ,<br />मैं खुद को भूलता गया तुम्हे इतना चाहा !<br />दरो दरिचे खुले रखे तुम्हरी खातिर ,<br />तुम्हारे हाथों बडे शोक से लूटना चाहा !<br />तेरी राहों के खर चुनता रह पलकों से ,<br />तेरे लबों पे हसी बन के थिरकना चाहा !!<br />तेरी मुस्कराहट ने तो हमे लूट लिया रफ़ीक<br />हमने तो तो तेरी मोहब्बत खुद लूटना चाहाRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-14784617018859989412007-07-13T03:30:00.000-07:002007-07-13T04:30:34.353-07:00चेहरे बदलने का हुनर मुझमैं नहीं ,<br />दरद दिल में हो तो हसँने का हुनर मुझमें नहीं, <span class=""></span><br /><span class=""></span> मैं तो आईना हुँ तुझसे तुझ जैसी ही मैं बात करू,<br /> टूट कर सँवरने का हुनर मुझमैं नहीं । <span class=""></span><br /><span class=""></span>चलते थम जाने का हुनर मुझमैं नहीं,<br /> एक बार मिल के छोड जाने का हुनर मुझमैं नहीं ,<br /> मैं तो दरिया हुँ , बेहता ही रहा ,<br />तूफान से डर जाने का हुनर मुझमैं नहीं<br />रफ़ीक तुम जानते ही नही<br />किसी से बहाने करने का हुनर मुझमे नहीRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-39189745708168312192007-07-05T00:12:00.000-07:002007-07-05T00:34:44.686-07:00ज़िन्दगीक्या कोई जनता है जिन्दगी क्या होती है। ज़िन्दगी सिर्फ जीने का नाम नही है। इस में हर तरफ परेशानी होती है तो कहीँ प्यार होता है तो कही ख़ुशी होती है। अगर तुम अपने ज़िन्दगी को सही से जीं लेंगे तो एक बरी कामयाबी हासिल कर सकते हैं।Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-49113361873211287132007-05-13T06:32:00.000-07:002007-05-13T06:35:22.888-07:00क्या लिखूँकुछ जीत लिखू या हार लिखूँया दिल का सारा प्यार लिखूँ ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰कुछ अपनो के ज़ाज़बात लिखू या सापनो की सौगात लिखूँ ॰॰॰॰॰॰मै खिलता सुरज आज लिखू या चेहरा चाँद गुलाब लिखूँ ॰॰॰॰॰॰वो डूबते सुरज को देखूँ या उगते फूल की सान्स लिखूँवो पल मे बीते साल लिखू या सादियो लम्बी रात लिखूँमै तुमको अपने पास लिखू या दूरी का ऐहसास लिखूँमै अन्धे के दिन मै झाँकू या आँन्खो की मै रात लिखूँमीरा की पायल को सुन लुँ या गौतम की मुस्कान लिखूँबचपन मे बच्चौ से खेलूँ या जीवन की ढलती शाम लिखूँसागर सा गहरा हो जाॐ या अम्बर का विस्तार लिखूँवो पहली -पाहली प्यास लिखूँ या निश्छल पहला प्यार लिखूँसावन कि बारिश मेँ भीगूँ या आन्खो की मै बरसात लिखूँगीता का अॅजुन हो जाॐ या लकां रावन राम लिखूँ॰॰॰॰॰मै हिन्दू मुस्लिम हो जाॐ या बेबस ईन्सान लिखूँ॰॰॰॰॰मै ऎक ही मजहब को जी लुँ ॰॰॰या मजहब की आन्खे चार लिखूँ॰॰॰कुछ जीत लिखू या हार लिखूँया दिल का सारा प्यार लिखूँ ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-70554656173499965092007-05-11T08:29:00.000-07:002007-05-11T08:41:41.162-07:00अगले साल जब यही वक़्त आ रहा होगा <br />जानता है कोन किस जगह होगा<br />तू मेरे सामने बेठी है और मैं होंगा<br />आते लम्हों मैं जीना भी एक सज़ा होगा<br />हर पल दुवां दुवां होन गय यही दमकता हुआ दिन भुझा भुझा होगा<br /> लहू रुलायाय गा वोह धुप छाओ का मंज़र नज़र उतोऊ गा <br />जिस सिम्त झुत्पुता होगा यही जगह जहाँ आज हम मिल बैठे है<br /> इसी जगह पाय खुदा जाने कल किया होगा<br />बिचार्ने वाले तुझे देख सोचता हूँ<br />तू फिर मिलेगा तो कितना बदल चुका होगाRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-60682918131326640822007-05-07T00:22:00.000-07:002007-05-07T01:19:50.805-07:00माना तेरी निगाहो मैं कुछ भी नही हम<br />यह उनसे जाकर पूछ जिसको हासिल नही है हमRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-19532409886599831702007-05-01T23:58:00.000-07:002007-05-02T00:29:23.416-07:00अजनबी शहर के अजनबी रास्ते ,<br />मेरी तनहाई पर मुस्कुराते रहे<br /> बहूत देर तक यूँही चलता रह ,<br />तुम बहुत देर तक याद आते रहे<br />ज़हर मिलता रह ज़हर पिटे रहे ,<br />रोज़ मरते रहे रोज़ जीते रहे ,<br />जिन्दगी भी हमे अज्मती रही ,<br />और हम भी उसे आजमाते रहे <br />जाम जब भी कोई ज़ेहन -ओ -दिल पेर लगा ,<br />जिन्दगी कि तरफ एक दरीचा खुला ,<br />हम भी किसी साज़ के तार हैं ,<br />चोट खाते रहे गुन -गुनाते रहे<br />कल कुछ ऐसा हुआ में बहुत थक गया ,Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-92159923586547368772007-04-30T00:08:00.000-07:002007-04-30T00:39:48.322-07:00मेरी दास्ताँ हसरत वो सुना सुना कर रोये ,<br />मेरे आजमाने वाले मुझे आजमा कर रोये ,<br />कोई ऐसा अहल -ए -दिल हो क फ़साना मोहब्बत ,<br />मैं उससे सुना कर रोऊँ वो मुझे सुना कर रोये ,<br />मेरे पास से गुज़र गया मेरा हाल तक ना पूछा ,<br />मैं यह कैसे मान जून के वो दूर जा कर रोये ,<br />तेरी बेवाफैयों पर तेरी कुजरयिओं पर ,<br />कभी सिर झुका कर कभी मुह छुपा कर रोये ,<br />मेरी आरजू कि दुनिया दिल -ए -नातावन कि हसरत ,<br />जिसे खो कर षड्मन थे उससे आज पा कर रोये ,<br />जो सुनायी अंजुमन में शबे -ए -घम कि बीती ,<br />कई रो कर मुस्कुराये कयी मुस्कुरा कर रोये ॥!!!Rafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-16764496718831068962007-04-29T06:33:00.000-07:002007-04-29T06:51:29.583-07:00दिल मैं हमारी याद रखना<br />चेह्रय पर मुस्कराहट रखना<br />कभी कोई हरा ना सके<br />ऐसा अपना मुकाम रखनाRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-593305457317969749.post-35828256901644173072007-04-27T08:53:00.000-07:002007-04-27T08:55:40.010-07:00मेरा हल बुरा है है लेकिन तेरा हाल कैसा हैRafiquzzamahttp://www.blogger.com/profile/03652786840060831359noreply@blogger.com0